In this article, we are providing information about Somnath Temple in Hindi- Somnath Temple History in Hindi Language. हिस्ट्री ऑफ सोमनाथ टेम्पल | सोमनाथ मंदिर का इतिहास
सोमनाथ मंदिर का इतिहास और तथ्य- Somnath Temple History in Hindi
सोमनाथ मंदिर भारत को गुजरात राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल बंदरगाह में स्थित है। यह बहुत ही प्राचीन सूर्य मंदिर का नाम है। यह भारत के 12 ज्योतिर्लिंग में से सर्वप्रथम ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है। Who Built Somnath Temple इसका निर्माण चंद्र देव ने किया था।
Somnath Mandir History in Hindi
यह मंदिर इतिहास में बहुत ही बार खंडित हुआ और बहुत बार इसका पुनः निर्माण किया गया। यह मंदिर एक ईसा से भी पूर्व का स्थित है जिसे दुसरी बार सांतवी सदी में वैलवी के मैत्रिक राजाओं ने बनवाया था। आठवी सदी में जुनायद ने इसे ध्वस्त करने के लिए अपनी सेना को भेजा और फिर तीसरी बार 815 ईस्वी में राजा नागभट्ट ने करवाया था। 1024 में मोहम्मद गजनबी ने इसे नष्ट किया था तब चौथी बार इसका निर्माण गुजरात को राजा भीम और मालवा के राजा भोज ने करवाया था। 1297 में दिल्ली सलतनत ने पाँचवी बार इसे गिराया था और 1706 में ओरंगजेब ने इसे फिर नष्ट कर दिया था। वर्तमान में बने मंदिर का निर्माण लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने इसका निर्माण करवाया था। 11 मई 1951 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री डा. राजेंद्र प्रसाद ने मंदिर में ज्योतिर्लिंग को स्थापित किया था। 1962 में यह मंदिर पूर्ण रूप से बनकर तैयार हो गया था।
सोमनाथ मंदिर की वस्तु कला | Architecture Information about Somnath Temple in Hindi
वस्तुकला- उत्खनन से प्राप्त हुए ब्रहमशिला पर शिवलिंग स्थापित है। मंदिर के दक्षिण में समुंदर के किनारे स्तंभ है जिसे बाणस्तंभ कहते हैं। इसके ऊपर तीर रखा गया है जो यह दर्शात है कि सोमनाथ मंदिर और दक्षिण ध्रुव के बीच पृथ्वी का कोई भाग नहीं है। यहाँ पर तीन नदियों हिरण कपिला और सरस्वती का संगम है और इस त्रिवेणी में लोग स्नान करने आते हैं। मंदिर नगर के 10 किलोमीटर में फैला है और इसमें 42 मंदिर है। मंदिर को गर्भगृह, साभमंडप और नाटमंडप में विभाजित किया गया है। इसके शिखर की ऊँचाई 150 फीट है और इसके उपर स्थित कलश का वजन 10 टन है और इसकी ध्वजा 27 फीट ऊँची है।
सोमनाथ मंदिर से जुड़े रोचक तथ्य | Konark Temple Information and Facts in Hindi
1. सोमनाथ मंदिर को पहले प्रभासक्षेत्र के नाम से भी जाना जाता था और यहीं पर भगवान श्रीकृष्ण ने अपना देहत्याग किया था।
2. आगरा में रखे देवद्वार सोमनाथ मंदिर के ही है जिन्हें मौहम्मद गजनबी अपने साथ लूट कर ले गया था।
3. मंदिर में रोज रात को 7:30-8:30 बजे तक लाईट शो होता है जिसमें हिंदुओं के इतिहास को दिखाया जाता है।
4. सोमनाथ मंदिर से 200 किलोमीटर की दुरी पर द्वारका नगरी है जहाँ द्वारकादीश के दर्शन करने हजारों लोग जाते हैं।
कोणार्क सूर्य मंदिर का इतिहास और तथ्य- Konark Sun Temple History in Hindi
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