विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व निबंध– Vidyarthi Jeevan Mein Anushasan Ka Mahatva Essay In Hindi

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Vidyarthi Jeevan Mein Anushasan Ka Mahatva Essay In Hindi

 

विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व | Vidyarthi Jeevan | Chatra Jeevan Mein Anushasan Ka Mahatva Essay in Hindi ( 250 words )

हर व्यक्ति के जीवन में अनुशासन महत्त्वपूर्ण होता हैं । विद्यार्थीयों के जीवन में तो अनुशासन बहुत ही महत्वपूर्ण होता हैं । जीवन में अनुशासन रखने से हमें जीवन में सफलता प्राप्त होती हैं । हिंदी में एक कहावत भी हैं की अनुशासन ही सफलता की कुंजी हैं । स्कुल में नियमित आना , शिक्षकों का और सभी छात्रों का सम्मान करना , समय से पढ़ाई करना , शिक्षक सिखाते समय अपना ध्यान पढ़ाई पर ही केंद्रित रखना यह विद्यार्थी जीवन के अनुशासन हैं । यह अनुशासनों का पालन करने से विद्यार्थीयों में नियमितता , धैर्य जैसे गुण आते हैं और विद्यार्थी जीवन में सफल होते हैं ।

अनुशासन ही विद्यार्थीयों को स्कुल में और समाज में सफलता देता हैं । अनुशासन के वजह से ही विद्यार्थी अपने लक्ष्य को आसानी से हासिल कर पाते हैं । अनुशासन विद्यार्थी को जिम्मेदार बनाता हैं ‌। अनुशासन के वजह से विद्यार्थी बुरी संगत से दूर रहता हैं । विद्यालयों में छात्रों को अनुशासन का पालन करना सिखाया जाता हैं । विद्यार्थी जब अनुशासन का पालन करते हैं तभी वह आगे जाकर कुछ अच्छा करते हैं और उससे देश का विकास होने में मदद होती हैं । बिना अनुशासन देश का विकास संभव नहीं हैं । इसलिए देश का विकास होने के लिए विद्यार्थीयों को बचपन से ही विद्यालयों में अनुशासन सिखाया जाता हैं । अनुशासन से ही बहुत लोगों ने सफलता प्राप्त की हैं । इसलिए विद्यार्थी जीवन में अनुशासन बहुत महत्वपूर्ण हैं ।

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अनुशासन का विद्यार्थी जीवन में बहुत ही ज्यादा महत्व है क्योंकि यह समय वह होता है जहाँ हम जो कुछ सीखते है वह हमारे जीवन भर काम आता है। अनुशासन के अंदर बड़ों का इज़्ज़त करना, समय का सही उपयोग, नियमों का पालन,अच्छे संस्कार का अनुसरण आदि आता है। जो विद्यार्थी अनुशासन हीन होता है उसके जीवन में असफलता आना पका है क्योंकि वो अपना जीवन नियम के अनुसार नही बल्कि भावना के अनुसार चलाएगा और भावना हमेशा धोखा देती है और इसके विपरीत जो विद्यार्थी नियम का पक्का होता है वे अपने उज्वल भविष्य को अपने आने वाले जीवन में ला सकता है।

अगर कोई विद्यार्थी अनुशासनहीन होगा तो न कोई उसे पसंद करेगा और साथ ही साथ वो बुरी आदत का शिकार हो जायेगा जैसे कि छूट बोलना,टीचर की बात न मानना, माता पिता का आदर न करना, बुरी संगत में रहना ऐसे बुरे आदत में फसकर अपने जीवन को बर्बाद कर लेता है इसलिए विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व बहुत है।जो अनुशासित विद्यार्थी होते है वे जानते है कि उन्हें कौन सा काम सबसे पहले करना है और वह अपने प्रति बहुत ईमानदार है ऐशे ही अन्य विद्यार्थी को भी पता रहना चाहिए कि कौन सा काम उन्हें सबसे पहले करना है और कौन सा बाद में।

विद्यार्थी को अगर अच्छे से अनुशासन सीखना है तो वो प्रकृति से सिख सकते है जिस प्रकार से सूरज अपने नियमित समय पर उगता है और अपने नियमित समय पर ढल जाता है,नदियाँ हमेशा बहती है,गर्मी और ठंड के मौसम अपने नियमित समय पर आते जाते रहते है। ये सारे काम अपने नियमित रूप से चालू रहते है अगर प्रकृति ये सारे काम को नियमित रूप से ना करे तो मानव जाति का पतन हो जाएगा ठीक इसी तरह विद्यार्थी भी अपने काम को नियमित रूप से ना करे और अपने आप को अनुशासन में ना रखे तो विद्यार्थी के जीवन में बहुत कठिनाई आ जायेगी इसलिए विद्यार्थी को जीवन में अनुशासन होना जरूरी और साथ – साथ हर एक विद्यार्थी को समय को बर्बाद ना करके अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए मेहनत करनी चाहिए |

विद्यार्थी और अनुशासन पर निबन्ध- Essay on Student and Discipline in Hindi

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