Two Friends and The Bear Story in Hindi | भालू और दो मित्र की कहानी हिंदी में

In this article, we are sharing a Moral story- Two Friends and The Bear Story in Hindi- Bhalu aur Do Doston Ki Kahani with Moral for students and Kids.

Two Friends and The Bear Story in Hindi

दो मित्र और एक भालू की कहानी

साहिल और राजू दो मित्र थे। दोनों को घर-पासपास था। दोनों मिलकर खाते पीते थे और खूब बातें किया करते थे।

एक दिन दोनों मित्र किसी यात्रा पर रवाना हुए। उन दिनों यात्रा पैदल या घोड़ों से होती थी। वे दोनों पैदल ही चल रहे थे। मार्ग में एक घना वन था। वन में पहुँच कर दोनों ने निश्चय किया कि संकट के समय वे दोनों एक दूसरे का साथ देंगे और अपनी मित्रता को दृढ़ रखेंगे।

ज्योंही यह निश्चय करके वे आगे बढ़े त्योंही उन्होंने एक भालू अपनी ओर आते देखा। भालू को देख वे दोनों भयभीत हुए। साहिल एक स्वार्थी व्यक्ति था। वह अपने मित्र की परवाह किए बिना अपनी जान बचाने के लिए एक पेड़ पर चढ़ गया। राजू एक निस्वार्थी और भोला व्यक्ति था। उसे पेड़ पर चढ़ना नहीं आता था। उसने धैर्य और साहस से काम लिया। उसे ज्ञात था कि भालू किसी मुर्दे को नहीं खाता। अतः वह शीघ्र ही अपनी साँस रोककर एक मृत व्यक्ति की तरह धरती पर औंधे मुँह लेट गया।

भालू वहाँ आकर उसका नाक और मुँह सूंघने लगा। साहिल वृक्ष पर बैठा यह सब देख रहा था। भालू राजू को मुर्दा समझ उसे छोड़ कर चला गया। भालू जब दूर चला गया तो साहिल पेड़ से नीचे उतर कर आया। आते ही उसने राजू से पूछा, “मित्र, भालू तुम्हारे कान में क्या कह रहा था ?” राजू ने कहा, “भालू मेरे कान में कह गया है कि झूठे और स्वार्थी मित्र का कभी विश्वास न करना।” यह सुनकर साहिल बहुत शर्मिन्दा हुआ। दोनों मित्र अपने-अपने घर चले गए।

शिक्षा– मित्र वही है जो विपत्ति में काम आए।

 

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