Essay on Festivals of India in Hindi- भारतीय त्योहार पर निबंध

In this article, we are providing Essay on Festivals of India in Hindi. भारतीय त्योहार पर निबंध , उत्सवों और पर्वो का महत्त्व, भारत के विभिन्न पर्व, दीपावली एवं विजयदशमी के पर्व, होली एवं रक्षा बंधन, राष्ट्रीय पर्व, पर्वो का महत्त्व

Essay on Festivals of India in Hindi- भारतीय त्योहार पर निबंध

आधुनिक मानव निरंतर विकास की ओर अग्रसर हो रहा है। प्राचीन काल में मानव पशुओं के समान जंगलों में विचरण करता था। धीरे-धीरे वह समूह बनाकर रहने लगा। यहीं से समाज की आवश्यकताएँ बढ़ने लगीं। ज्यों-ज्यों मानव का विकास होता गया, त्यों-त्यों नगर और गाँव बसने लगे। मानव परिश्रम करने के पश्चात थक जाता था। अतः वह खेल-कूद या संगीत द्वारा अपना मनोरंजन करने लगा। समय-समय पर वह ऐसे अवसर भी निकाल लेता था, जब कुछ लोग मिलजल कर उत्सव मनाते थे। विषेशकर, वे अवसर तो मानव के लिए विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण थे, जब समूचे समाज में कोई उत्सव या पर्व मनाया जाता था।

उत्सव और पर्व प्रत्येक देश में समय-समय पर मनाए जाते हैं। इनमें अमीर-गरीब तथा छोटे-बड़े सभी वर्गों के लोग भाग लेते हैं। उत्सव हमारे मन में सरसता, कोमलता, करुणा, अतिथि-सेवा तथा परोपकार की भावनाएँ उत्पन्न करते हैं। वस्ततः ये उत्सव मानव मस्तिष्क के समचित विकास के लिए भी आवश्यक है। भारत जैसे देश में तो इनका विशेष महत्त्व है। ये हमारी जाति और जीवन के प्राण हैं। प्रत्येक मत कोई-न-कोई उत्सव या पर्व अपने साथ अवश्य लाती है। इन उत्सवों से जहाँ हमारे समाप्त होती है, वहाँ आनंद और प्रसन्नता का संचार भी होता है। भारतीय धर्म, संस्कृति और देश के महापुरुषों के प्रति हमारी आस्था भी बढ़ती है। बच्चे तो इन उत्सवों के अवसरों पर अत्यधिक प्रसन्न दिखाई देते हैं।

भारतीय त्योहार भारतीय संस्कृति के प्रतीक हैं। इन्होंने ही हमारी सभ्यता और संस्कृति को उज्ज्वलता प्रदान की है तथा हमारी संस्कृति को अजर-अमर बनाया है। ये पर्व हमें सत्य, अहिंसा, परोपकार, सहनशीलता, एकता एवं भाईचारे का संदेश देते हैं। भारत के प्रमुख पर्वो को इस प्रकार विभाजित किया जा सकता है-(i) सांस्कृतिक, (ii) सामाजिक, (iii) ऐतिहासिके, (iv) धार्मिक, (v) राष्ट्रीय एवं महापुरुषों संबंधी। इन पर्यों में दीपावली, दशहरा, रक्षा बंधन, होली, वसंत, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, गांधी जयंती आदि प्रमुख हैं।

दीपावली एक सांस्कृतिक पर्व है। कहा जाता है कि जब भगवान श्रीराम लंका पर विजय पाकर लक्ष्मण तथा सीता के साथ अयोध्या वापिस लौटे थे तो अयोध्यावासियों ने घी के दीए जलाकर उनका स्वागत किया था। तभी से यह त्योहार मनाया जाता है। दीपावली से कई दिन पूर्व ही लोग घरों की सफ़ाई आरंभ कर देते हैं। सभी लोग अपने-अपने घरों में दाय जलाकर रोशनी करते है। चारों ओर जगमग-जगमग रोशनी दिखाई देती है। बच्चे पटाखे छोड़ते हैं तथा मिठाइयाँ खाते हैं। विजयदशमी अथवा दशहरा एक गौरवपूर्ण पर्व है। यह पर्व आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम ने लंकापति रावण को मारकर मानव जाति को अत्याचारों से मुक्त कराया था। यह पर्व अधम पर धभ की, असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। यह पर्व हमारा राष्ट्रीय, सांस्कृतिक, धार्मिक एवं ऐतिहासिक पर्व है। यह पर्व हमारी राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक एकता को बल प्रदान करता है।

होली भी हम भारतवासियों का महत्त्वपूर्ण पर्व है। इस दिन सभी अमीर-गरीब मिलकर होली खेलते हैं। लोग एक-दूसरे पर रंग डालते हैं। यह त्योहार वसंत ऋतु में आता है। यह त्योहार नृत्य, संगीत एवं आनंद का प्रतीक है। इस पर्व के अवसर पर भारत के सभी प्रदेशों में प्रादेशिक नृत्य एवं संगीत की धूम मच जाती है। इस पर्व के विषय में प्रसिद्ध है कि यह उस समय से मनाया जाता है जब हिरण्यकश्यप की बहिन होलिका अग्नि में न जलने का वरदान होते हुए भी जलकर भस्म हो गई और उसकी गोद में बैठे हुए भक्त प्रह्लाद का बाल भी बाँका नहीं हुआ। इस प्रकार, यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।

रक्षा बंधन भी भारतीयों का एक महत्त्वपूर्ण पर्व है। यह पर्व भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं तथा भाई बहनों को रक्षा का वचन देते हैं। यह त्योहार भिन्न-भिन्न प्रदेशों में भिन्न-भिन्न ढंगों से मनाया जाता है। यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह पर्व भाई को बहन के प्रति अपने कर्तव्य की याद दिलाता है।

स्वतंत्रता दिवस तथा गणतंत्र दिवस भारत के महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व हैं। 15 अगस्त को हमारा देश स्वतंत्र हुआ था तथा 26 जनवरी, 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था। इस दिन दिल्ली में भव्य परेड का आयोजन किया जाता है। देश के विभिन्न भागों से लोग परेड देखने आते हैं। प्रधानमंत्री इस दिन देश के नाम अपना संदेश देते हैं। इस दिन सभी लोग शहीद स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। ये दोनों हमारे राष्ट्रीय पर्व हैं।

पर्वो का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है। पर्व हमारे जीवन में आस्तिकता के भावों को दृढ़ करते हैं। ये भारतीय संस्कृति के प्रहरी हैं। ये पर्व भारतीय जनता के लिए प्रेरणास्रोत हैं। 26 जनवरी तथा 15 अगस्त जैसे पर्व तो हमें प्राणों से भी अधिक प्रिय हैं। पर्व हमें राष्ट्रीय एकता का पाठ पढ़ाते हैं। पर्व देशभक्ति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। ये पर्व देशभक्ति एवं शहीदों की मति ने प्रतीक हैं। पर्व हमें दराचार, भ्रष्टाचार, बेकारी आदि को समाप्त करने के लिए प्रेरित करते हैं। ये पर्व हमें त्याग एवं तपस्या का जीवन व्यतीत करने का संदेश देते हैं।

पर्व हमारे जीवन का सहारा हैं। ये हमारे जीवन को आलोकित करते हैं। पर्व भारतीय संस्कृति के गौरव का प्रतीक हैं। भाषा, प्रांत, जाति के भेद वाले इस देश में पर्व हमारे ध्येय की एकता, हमारे आदशी तथा हमारे प्राचीन एवं नवीन इतिहास का हमें स्मरण कराते हैं। अतः इन पर्वो का महत्व बनाए रखना प्रत्येक भारतवासी का परम काव्य है।

Essay on Diwali in Hindi

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