Essay on GST in Hindi- (वस्तु एवं सेवा कर) जीएसटी पर निबंध

In this article, we are providing Essay on GST in Hindi. जीएसटी पर निबंध- वस्तु एवं सेवा कर, Essay on Goods and Services tax, Advantages and Disadvantages of GST.

Essay on GST in Hindi- (वस्तु एवं सेवा कर) जीएसटी पर निबंध

भूमिका– वस्तु एवं सेवा कर एक अप्रत्यकश कर है जो कि भारतीय सरकार द्वारा 1 जुलाई, 2017 को लागु किया गया था। बहुत सारे देश तो पहले ही वस्तु एवं सेवा कर के इस नियम को अपना चुके थे। यह कर वस्तुओं जैसे कि फर्नीचर, मोबाइल आदि जो भी समान हम खरीदते हैं और जिन भी सेवाओं का लाभ हम ले रहे है सभी पर लगता है। इस कर का भुगतान हम अप्रत्यकश रूप से करते है जैसे हमने कुछ सामान खरीदा उसके बिल में ही टैक्स जुड़ा हुआ होता है। अगर हम किसी होटल में बिल देते है तो उसमें सर्विस टैक्स जुड़ा होता है। वस्तु एवं सेवा कर को जी. एस. टी के नाम से जाना जाता है। हर एक तरह के सामान के लिए कर प्रतिशत अलग-अलग है। सबसे ज्यादा कर आरामदायक सामानों पर लगाया जाता है जो कि 28% है। सभी चीजों के लिए एक ही कर अदा करना होता है जो कि जी. एस.टी. है। हालांकि कुछ चीजों को इससे बाहर भी रखा गया है जैसे कि शराब। देश को आर्थिक मजबूती देने और देश के विकास के लिए जी.एस.टी. को अपनाना बहुत ही जरूरी था।

जी.एस.टी. के प्रकार– कर जमा करने का हक राज्य सरकार और केंदर सरकार दोनों को होता है इसी कारण जी. एस.टी. भी अलग अलग तरह के है-

1. स्टेट जी.एस.टी.
2.सैंटरल जी.एस.टी.
3.इंटिगरेड जी.एस.टी.

अगर कोई सामान एक ही राज्य में खरीदा और बेचा जाता है तो उस पर राज्य और सैंटरल दोनों ही कर लगते हैं जो कि राज्य और केंदरीय सरकार द्वारा तय अनुपात में जमा किया जाता है। अगर कोई सामान दुसरे राज्यों में बेचा जाता है तो उस पर इंटिगरेड कर लगता है जो केंदर सरकार द्वारा जमा किया जाता है। जी.एस. टी. बेचने या बनाने वाले पर नहीं लगता बल्कि खरीदने वाले पर लगता है।

जी.एस. टी. के लाभ– जी.एस.टी.के वजह से बहुत से कर खत्म हुए है जैसे कि वैट,सर्विस टैक्स, अंटरटेंमेंट टैक्स आदि जिससे की लोगों को बहुत सुविधा हुई। वस्तु एवं सेवा कर के निम्नलिखित लाभ है-

1. लोगों को सुविधा- एक कर होने की वजह से व्यापारियों को कर भरने में आसानी होने लगी।
2. जमा हुए कर में वृद्धि- एक कर होने की वजह से लोग कर भरने लगे है जिससे की कर की चोरी में कमी हुई है और सरकार के पास कर में वृद्धि हुई है।
3. सामान की कीमत में गिरावट-  जी.एस.टी.के बाद बहुत से सामान सस्ते भी हुए।

जी.एस.टी की हानियाँ– इससे जहाँ बहुत से समान सस्ते हुए वहीं बहुत से जरूरी सामानों का दाम बढ़ा भी है जिसका एक उदाहरण सैनेटरी नैपकिन्स है। वही कुछ चीजों के दाम गिरने से व्यापारियों को बहुत नुकसान भी हुआ।

निष्कर्ष– जी.एस.टी. देश की तरक्की के लिए जरूरी है। एक कर होने की वजह से लोग कर चोरी नहीं करेंगे और काला धन भी नही बनेगा।

#GST Essay in Hindi

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