हथेली पर बाल- Hatheli Par Baal Akbar Birbal Short Story In Hindi
एक बार की बात है, शहशाह अकबर बीरबल के साथ टहल रहे थे। अचानक शहशाह ने सोचा कि क्यों न बीरबल की बुद्धि का इम्तहान लिया जाए। इसी बहाने उन्होंने बीरबल से पूछा, ‘बीरबल, एक बात बताओ। हमारे जिस्म की लगभग सभी जगहों पर बाल होते है। लेकिन हमारी हथेली पर एक भी बाल नहीं होता, ऐसा क्यों?’
यह सुनकर बीरबल एक क्षण को लिए सोच में पड़ गए। वास्तव में उन्हें इस प्रश्न का उपयुक्त उत्तर नहीं पता था। लेकिन उनकी तारीफ वैसे ही नहीं होती थी। उन्होंने अपनी तीव्र बुद्धि का परिचय देते हुए उत्तर दिया, ‘जहांपनाह, चूँकि आप लगातार दान करते रहते हैं, इसलिए आपकी हथेली के सभी बाल रगड़ खाकर खत्म हो गए हैं।’
‘बहुत अच्छा! अब यह बताओ कि तुम्हारी हथेली पर बाल क्यों नहीं हैं?’ अकबर ने दूसरा प्रश्न दागा। बीरबल की बुद्धि ऐसे काम करती थी, मानो सभी प्रश्नों के उत्तर उन्होंने पहले से ही सोच रखे हों। वे प्रश्न समाप्त होने के साथ ही बोल उठे, ‘दरअसल, आपके दिए तोहफों को लेते-लेते रगड़ खाकर मेरी हथेली के भी सारे बाल उड़ गए।’
बीरबल की होशियारी और हाजिरजवाबी का पता अकबर को पहले से ही था। यह उत्तर सुनकर बादशाह मुस्कुराते हुए बोले, ‘बीरबल, हाजिरजवाबी में तुमसे कोई टक्कर नहीं ले सकता।’
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