भ्रष्टाचार पर निबंध- Essay on Corruption in Hindi

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भ्रष्टाचार पर निबंध- Essay on Corruption in Hindi

Bhrashtachar Par Nibandh 300 words

भ्रष्टाचार 2 शब्दों से बना है भ्रष्ट-आचार । भ्रष्ट का मतलब होता है बुरा और आचार का मतलब होता है आचरण । मतलब कि बुरा आचरण । दुनिया में भ्रष्टाचार बड़ी समस्याओं में से एक है । भ्रष्टाचार की वजह से किसी भी देश का विकास रुक जाता है ।

भ्रष्टाचार क्या है?

आज धर्म, शिक्षा, राजनीति, प्रशासन, कला, मनोरंजन, खेल कूद इत्यादि क्षेत्रों में भ्रष्टाचार ने अपने पांव फैला दिए हैं । रिश्वत लेना-देना , खाद्य पदार्थों में मिलावट,मुनाफाखोरी, अनैतिक ढंग से धन संग्रह करना, यह सब कुछ कानूनों की धज्जियां उड़ाता है, जिसमें सिर्फ अपना स्वार्थ पूरा करना होता है उसे भ्रष्टाचार कहा जाता है । भ्रष्टाचार आज दुनिया में एक गंभीर समस्या बन चुकी है । भ्रष्टाचार का दूसरा अर्थ होता है भ्रष्ट काम करना, मतलब कि मार्ग से विचलित होना तथा गलत काम करना ।

भ्रष्टाचार के विविध रूप :

आज पूरी दुनिया में भ्रष्टाचार इतना व्यापक बन चुका है कि इस भ्रष्टाचार के विविध रूप हमें देखने को मिलते हैं,जिसमें सबसे ज्यादा व्यापक स्वरूप है रिश्वत लेना और देना, यह सिर्फ कानून की नजर में बुरा काम नहीं है बल्कि यह भगवान की नजर में भी सबसे बुरा है ।

रिश्वत लेना-देना- इसका अर्थ यह होता है कि किसी भी काम को अनुचित ढंग से करने के लिए किसी भी सक्षम व्यक्ति द्वारा लिया गया उपहार सुविधा अथवा धनराशि को रिश्वत लेना या देना कहा जाता है ।

दहेज लेना देना- शादी में अगर भ्रष्टाचार की बात की जाए तो सबसे पहले नाम आता है दहेज का । जब से शादी विवाह में दहेज प्रथा शुरू हुई है, तब से समाज में भ्रष्टाचार भी बढ़ गया है । दुनिया बदल गई मगर यह प्राचीन प्रथा अभी तक नहीं बदली है, इसी प्राचीन प्रथा को हमें एक दिन जरूर बदलना है।

भ्रष्टाचार को किस तरह से रोका जा सकता है ?

सभी समस्याओं का समाधान उसके जड में छिपा हुआ होता है और इस भ्रष्टाचार की जड़ है रिश्वत लेना और देना । यदि हमने रिश्वत लेने-देने पर रोक लगा ली तो हम भ्रष्टाचार को काफी हद तक रोक सकते हैं । जो भी लालची लोग हैं या फिर जो बेईमान लोग हैं उन्हें रिश्वत देना बंद कर देना चाहिए। भ्रष्टाचार तभी खत्म होने वाला है जब हमारे जैसे लोग खड़े होकर बोलेंगे। आप अपने मन से वचन लीजिए की, “ मैं जिंदगी में किसी भी दिन रिश्वत नहीं लूंगा ” ।

 

Corruption Essay in Hindi in 500 words

भ्रष्टाचार दों शब्दों से मिलकर बना है भ्रष्ट और आचार यानि कि जिसका आचरण खराब हो चुका हो। भारत जैसे प्रगतिशील देश में भ्रष्टाचार की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। भ्रष्टाचार के अंतर्गत रिश्वत लेना,सरकारी पैसों में हेरा फेरी करना और आय कर में चोरी करना आदि आता है। भ्रष्टाचार गरीबी,जनसंख्या वृद्धि, बेरोजगारी आदि की वजह से उत्पन्न होता है। स्कूल के चपरासी से लेकर बड़े बड़े नेताओं तक सब भ्रष्ट है। भ्रष्टाचार समाज की और देश की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा है।

भ्रष्टाचार के कारण- आज के युग में लोगों का लालच खत्म ही नहीं होता,उन्हें कभी संतुष्टी नहीं होती वो अवैध तरूके से धन कमाने की कोशिश करते है जिससे देश की अर्थव्यवस्था खतरे में है। बढ़ते हुए भ्रष्टाचार के निम्नलिखित कारण है–

1. बेरोजगारी- भारत में बहुत से कौशल युवा बेरोजगार है। बड़े बड़े अधिकारी उनकी मजबूरी का फायदा उठाते है और नौकरी दिलवाने के नाम पर रिश्वत की माँग करते है।
2. उच्च विशविद्यालयों में दाखिला– विद्यार्थी जिनके नतीजे अच्छे नहीं होते बड़ी बड़ी युनिवर्सटी में दाखिला लेने के लिए पैसों का सहारा लेते है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते है।
3. धीमी कार्य प्रणाली- भारत में सरकारी कामों के होने की प्रिक्रिया बहुत ही धीमी है लेकिन काम को अगर ज्यादा पैसे देकर कराया जाए तो जल्दी हो जाता है और भ्रष्टाचार को बढ़ाता है।

भ्रष्टाचार के प्रभाव- अगर देश में ऐसे ही भ्रष्ट लोग होंगे तो न तो देश के पास कोष होगा और न ही गरीबों की हालत में सुधार होगा। भ्रष्टाचार के निम्नलिखित प्रभाव है-

1 गरीब लोग गरीब होते जा रहे है क्योंकि सरकार द्वारा दी गई आर्थिक सहायता उन तक नहीं पहुँच पाती है।
2. देश के कोशल युवा बेरोजगार रह जाते है और वों विदेशों में काम की तलाश में चले जाते है फिर जो सामान वहाँ पर
बनता है वह भारत में महँगे दामों में निर्यात किया जाता है जिससे कि देश में महंगाई बढ़ती है।
3. देश की अर्थव्यवस्था बुरी होती जा रही है।
4. चोरी, डकैती और आंतकवाद जैसे अपराधों को बढ़ावा मिलता है।

भ्रष्टाचार को खत्म करने के उपाय- सरकार ने भ्रष्टाचार जैसी गंभीर समस्या से निजात दिलाने के लिए बहुत से कार्य किए है। आय कर की चोरी से जो भ्रष्टाचार फैल रहा है उसे रोकने के लिए सरकार ने जी.एस.टी.लागू किया है और साथ ही पैन कार्ड भी अनिवार्य किया है। हम भ्रष्टाचार को रोकने के लिए स्टिंग ऑपरेशन आदि कर सकते है। जनता और सरकार के बीच सीधा संपर्क बनाना होगा ताकि दलालों के माध्यम से काम न करना पड़े और बीच में ही सरकारी पैसे की हेरा फेरी न हो।

हर व्यक्ति, समाज और देश के विकास के लिए इस भ्रष्टाचार को रोकना बहुत ही आवश्यक है अन्यथा भारत के कौशल युवा दुसरे देशों में जाते रहेंगे और अयोग्य व्यक्ति पैसों के बल पर नौकरी हासिल करते रहेंगे। भारत की युवा शक्ति कमजोर होती रहेगी और देश गरीब होता जाएगा और पतन की ओर बढ़ता जाएगा। देश को विकास के राह पर अग्रसर करने के लिए और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करना होगा। हम सबको रिश्वत न लेने और देने की कसम खानी होगी और आय कर भी अदा करना होगा।

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