Here we are providing a Water Pollution Essay in Hindi- ( Jal Pradushan ) जल प्रदूषण पर निबंध. What is Water Pollution in Hindi. जल प्रदूषण की समस्या और उसको को रोकने के उपाय की पूरी जानकारी है। Water Pollution Essay in Hindi in 150, 200, 300, 500, 1000 words For Class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 Students.
जल प्रदूषण पर निबंध- Water Pollution Essay in Hindi
Jal Pradushan Par Nibandh 200 words
जब जल की भौतिक, रासायनिक, या फिर जैविक गुणवत्ता में ऐसा परिवर्तन उत्पन्न हो जाए कि जिससे वह जीवों के लिए हानिकारक हो जाए अथवा जल दुरुपयोग किया जाए तो उसे “जल प्रदूषण” कहा जाता है ।
जल प्रदूषण को इतना important क्यों माना जाता है ?
“जल प्रदूषण” आज यह विषय बहुत ही ज्यादा गंभीर बन चुका है। धरती पर जीवन का सबसे बड़ा मुख्य स्त्रोत सिर्फ पानी है, यदि हम आज पानी को नहीं बचाएंगे तो 1 दिन हम भी नहीं बच पाएंगे. जल प्रदूषण सभी के लिए एक गंभीर मुद्दा है जो कई तरीकों से मानव, पशु पक्षी, जलीय जीव और भूमिको बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है । जल प्रदूषक जल की रासायनिक और जैविक विशेषता को बिगाड़ रहा है जो पूरे विश्व में सभी मानव और जानवरों के लिए बहुत खतरनाक है ।
जल प्रदूषण को किस तरह से रोका जा सकता है ?
-बड़े बड़े उद्योगों का रसायनिक और गंदा पानी पाइप लाइन के द्वारा नदियों में जाता है , इस रासायनिक पानी को सीधे नदियों में जाने से हमें रोकना पड़ेगा । इसके लिए हम सरकार से अपील कर सकते हैं ।
-नदी और तालाब में पशुओं को स्नान कराने पर पाबंदी होनी चाहिए ।
-कृषि कार्य में आवश्यकता से उर्वरकों एवं कीटनाशकों के प्रयोग को भी कम किया जाना चाहिए ।
-प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को सख्त कानून बनाने चाहिए ताकि जल प्रदूषण को रोका जा सके ।
Water Pollution Essay in Hindi 500 words
भूमिका– जल ही जीवन है क्योंकि इसके बिना मनुष्य जीवित नहीं रह सकता। जल मनुष्य की मूल आवश्यकताओं में से एक है। हम हर रोज बहुत से कामों में पानी का इस्तमाल करते है। लेकिन धीरे धीरे मनुष्य की गतिविधियों से जल दुषित होता जा रहा है वैसे भी पृथ्वी पर पीने योग्य जल केवल एक प्रतिशत है और मनुष्य अपने कार्यों से उसे भी दुषित करता जा रहा है। दुषित जल सेहत के लिए भी बहुत ही हानिकारक है। अगर हम इसी तरह पानी को दुषित करते रहेंगे तो एक दिन पीने के लिए भी पानी नही होगा और तीसरा विश्व युद्ध भी पानी को लेकर ही होगा।
जल प्रदुषण के कारण – जल के दुषित होने का कारण पशु,मनुष्य और उनकी गतिविधियां हैं। दुषित जल के निम्नलिखित कारण है-
1. पशुओं के तालाब और नदियों में नहाने से भी जल दुषित होता है।
2. नदियों में मलमूतर के कारण भी पानी दुषित हुआ है।
3. उघोगों से निकलने वाले रसायनों से भी आस पास के नदी तालाब दुषित होते है।
4. लोगों द्वारा पूजा पाठ के नाम पर नदियों में बहाए जाने वाले कुमकुम ,दिए , तेल आदि से भी पानी दुषित होता है।
5. लोगों ने गंगा में भी राख बहाकर उसके जल को दुषित कर दिया जिसकी वजह से उससे जुड़ने वाली नदियों का पानी भी दुषित हो जाता है।
जल प्रदुषण के परभाव– जल जिसे हम खाने ,पीने, नहाने, बर्तन धोने और कपड़े धोने में इस्तमाल करते है वो हमारे स्वास्थय पर बहुत असर डालता है। दुषित जल सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक हैं। इससे होने वाली हानियाँ निम्नलिखित है-
1. दुषित जल के कारण पेट से जुड़ी बहुत सी बिमारियाँ पैदा होती है।
2. अगर हम गंदे पानी से स्नान करेंगे तो त्वचा से जुड़ी खाज खुजली जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो जाएगी ।
3. दुषित जल पीने से पशु पक्शी भी मरते जा रहे है।
4. गंदा पानी होने की वजह से कपड़े भी सही से साफ नहीं हो रहे।
5. गंदे पानी में भोजन पकाने से खाना भी दुषित होता है।
जल प्रदुषण रोकने के उपाय– जीवित रहने के लिए जल को साफ रखना बहुत ही जरूरी है। इसके लिए निम्नलिखित उपाय हैं-
1. उघोगों से निकलने वाले तरलीय रसायनों को नदी,तालाब आदि में बहने से रोकना होगा। इसके लिए उघोग नदियों से उचित दूरी
पर लगाए जाने चाहिए।
2. हम सबको पशुओं को नहलाने के लिए छोटे छोटे जलाशय बनाने चाहिए ताकि संपूर्ण नदी का पानी दुषित न हो।
3. हमें जगह जगह जाकर कैंप लगाने चाहिए ताकि लोगों को पानी दुषित न करने के लिए जागरूक किया जा सके।
4. तालाब में मुतर विसर्जन करने वालों को सजा दी जानी चाहिए।
निष्कर्ष– अपनी तरक्की के स्वार्थ में और ना समझी के कारण लोग जल को दुषित करते जा रहे है। जीवन चाहते हो तो जल को साफ रखना ही होगा वरना एक दिन पूरी तरह से दुषित जल इस्तमाल करने की नौभत आ जाएगी ।
ध्यान दें– प्रिय दर्शकों Water Pollution Essay in Hindi आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे।
Related Articles-
ध्वनि प्रदूषण पर निबंध- Noise Pollution Essay in Hindi
Essay on Pollution in Hindi- प्रदूषण पर निबंध