काल करे सो आज करे सो अब पर निबंध- Kal Kare So Aaj Kar Essay in Hindi

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काल करे सो आज करे सो अब पर निबंध- Kal Kare So Aaj Kar Essay in Hindi

Kal Kare So Aaj Kar Essay in Hindi

( Essay-1 ) Kal Kare So Aaj Kar Essay in Hindi ( 200 words )

काल्ह करै सो आज कर, आज करे सो अब सूक्ति का अर्थ है- उपयुक्त समय पर उपयुक्त कार्य करना चाहिए। समय बीत जाने पर उस कार्य की उपयोगिता समाप्त हो जाती है। रोगी के मर जाने पर उसे औषधि देने से क्या लाभ? अतः किसी भी कार्य को संपन्न करने का एक निश्चित समय होता है। आलस्यवश उस कार्य को नहीं करने अथवा आगे के लिए टाल देने के घातक परिणाम हो सकते हैं। तभी तो कहा गया है – ” अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गईं खेत”। फिर व्यक्ति यदि ‘भोज के समय कोहड़ा रोपे’ तब भी परिस्थिति को नहीं सँभाल सकता। आग लगने पर कुआँ खोदने वाला व्यक्ति कभी अपना घर नहीं बचा सकता। उसका सर्वनाश होना निश्चित है। जो विद्यार्थी समय पर परीक्षा की तैयारी नहीं कर लेता, वह परीक्षा के समय कितना ही श्रम कर ले, अच्छे अंक नहीं ला सकता। जो व्यक्ति समय को नष्ट करता है, समय उसे नष्ट कर देता है। कहा भी गया है-बीता हुआ समय लौटकर नहीं आता। अतः समय के प्रत्येक क्षण का सदुपयोग करना चाहिए। आज का काम कल पर टाल देने वाला व्यक्ति जीवन में कभी सफल नहीं हो सकता ।

 

( Essay-2 ) Kal Kare So Aaj Kar Essay in Hindi ( 300 words )

“हमारे जीवन की सफलता-असफलता समय के सदुपयोग तथा दुरुपयोग पर निर्भर करती है। कहा भी गया है- क्षण को क्षुद्र न समझो भाई, यह जग का निर्माता है।” समय का मूल्य समय के बीत जाने पर ज्ञात होता है। समय के दुरुपयोग से दुख और दरिद्रता ही हाथ लगते हैं। समय का भयंकर शत्रु आलस्य है। आलस्य जीवन का वह कीड़ा है जो यदि लग जाए तो जीवन नष्ट कर देता है। बहुत से नवयुवक अवकाश के दिनों में निठल्ले घर पर बैठे रहते हैं अथवा बुरी संगति में पड़कर अपने समय को बर्बाद कर देते हैं। कहावत भी हैं- आषाढ़ का चूका किसान और डाल का चूका बंदर कहीं का नहीं रहता। समय अमूल्य धन है। कबीर दास जी ने कहा भी है

“काल्ह करै सो आज कर, आज करे सो अब।
पल में परलै होयगी, बहुरि करोगे कब॥” ।

समय का सदुपयोग करने वाले को सभी सुखों की प्राप्ति होती है। जो व्यक्ति अपना कार्य समय पर करता है उसे कोई व्यग्रता नहीं होती। समय पर कार्य करने वाला व्यक्ति केवल अपना ही भला नहीं करता वरन अपने परिवार, ग्राम तथा राष्ट्र की उन्नति में भी सहायक होता है। समय के सदुपयोग से मनुष्य धनवान, बुद्धिमान तथा बलवान हो सकता है। संसार में जितने भी महान व्यक्ति हुए हैं, उनकी महानता के पीछे समय के सदुपयोग का मूलमंत्र छिपा हुआ है। अत: प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वह दिनचर्या के कार्यों में परिवर्तन करे। वह किसी भी कार्य को आरंभ करने के पश्चात् उसे बड़े परिश्रम और लगन से पूरा करे, उसे अधूरा कभी न छोड़े। जो व्यक्ति समय का सदुपयोग नहीं करता वह बुद्धिहीन कहलाता है। अत: व्यक्ति को समय के एक-एक पल का सदुपयोग करना चाहिए।

समय का सदुपयोग पर निबंध- Essay on Importance of Time in Hindi

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