गोलकोंडा किले का इतिहास और तथ्य- Golconda Fort History in Hindi

In this article, we are providing information about Golconda Fort in Hindi- Golconda Fort History in Hindi Language. हिस्ट्री ऑफ गोलकोंडा फोर्ट | गोलकोंडा किले का इतिहास और तथ्य

गोलकोंडा किले का इतिहास और तथ्य- Golconda Fort History in Hindi

गोलकेंडा दुर्ग भारत के तेलंगाना राज्य के हैदराबाद शहर में स्थित है। इसे गोल्लो कोंडा के नाम से भी जाना जाता है। यह हीरे जवहारातों के लिए प्रसिद्ध था।

Golconda Fort History in Hindi

Golconda Kila ka Itihas 14वीं शताब्दी में किले का निर्माण वरांगल राजा ने करवाया था लेकिन बाद में इस पर बहमनी राजाओं ने अधिकार प्राप्त कर लिया था। 1512 में यह किला कुतुबशाही शासकों के अधीन आ गया और 1687 में ओरंगजेब ने इस पर जीत हासिल कर ली थी।

गोलकोंडा किले की वस्तु कला | Architecture Information about Golconda Fort in Hindi

गोलकोंडा का किला ग्रेनाईट हील से 120 मीटर की ऊँचाई पर बना हुआ है और इसे स्मारकों की सूची में शामिल किया गया है। किले के दक्षिण में मूसी नदी बहती है। गोलकोंडा का किला 11 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है जिससे आधा किलोमीटर की दुरी पर कुतुबशाही शासकों की ग्रेनाईट से बनी हुई कब्रों के अवशेष है। गोलकोंडा किले में 4 किलों का समावेश है, इसके आठ द्वार है और 4 उठाऊ पुल है। इसकी बाहरी दीवार 10 किलोमीटर लंबी है। किले के अंदर बहुत से शाही अपार्टमेंट, मंदिर, मस्जिद आदि है। हमें इस किले में प्राचीन भारतीय कला, शिल्पकला और वास्तुकला देखने को मिलती है।

1. फतेह द्वार- इसे विजय द्वार के नाम से भी जाना जाता है और यह किले के सबसे निचले भाग में स्थित है। इसके दक्षिणी- पूर्वी किनारे पर अनमोल लोहे की किले जड़ी हुई है।

2. बाल हिस्सार गेट- यह गेट किले के पूर्व में स्थित है और किले का मुख्य द्वार है। इस पर बहुत ही बारीकी से कलाकारी की गई है। इसके उपर
ताला औक गोलाकार फलक बने हुए हैं और सुंदर मोर भी बने हुए हैं। दरवाजे के निचले ग्रेनाईट भाग पर ताला गढ़ा हुआ है।

गोलकोंडा से दो किलोमीटर की दुरी पर टोली मस्जिद है जिसे 1671 में मीर मूसा खान महालदार ने करवाया था। इस मस्जिद में 5 वक्र है जिनमें से बीच का वक्र ज्यादा बड़ा और सजा हुआ है। प्रत्येक वक्र के गोलाकार पदक में कमल के फूल बने हुए हैं। गोलकोंडा का ध्वनिक सिस्टम और वाटर सिस्टम रहबान आकर्षण का मुख्य केंद्र है।

दरबार हॉल और महल के बीच में एक गुप्त रास्ता भी है। इसमें चट्टान पर बने हुए दो रंगमंच भी है। गोलकोंडा में अन्य बहुत सी ईमारते हैं। इसकी बाहरी दिवार से उतर दिशा में एक किलोमीटर की दुरी पर अबदुल्लाह कुतुब शाह की कब्र है जिसे सुंदर पत्थरों से बनाया गया है और उसके चारों तरफ सुंदर बगीचा भी है।

गोलकोंडा में एक नया किला है जिसमें हाथी के आकार का वृक्ष है जिसे लोग हटिया का झाड़ कहते हैं।

Golconda Fort Information and Facts in Hindi | गोलकोंडा किले के जुड़े रोचक तथ्य

1. यहाँ पर अभी भी 425 साल पुराना हतिया का झाड़ है।

2. इस किले के सुल्तान के पास दुनिया को सबसे अनमोल हीरे थे।

3. किले के प्रवेशद्वार से बजाई गई ताली बाल हिस्सार जो कि किले के ऊपरी भाग में है वहाँ तक सुनाई देती है।

4. प्राचीन किले को ईंटो से बनाया गया है जिसका विस्तार बाद में किया गया था।

5. गोलकोंडा किले के उपर महाकाली का एक मंदिर भी है।

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